उत्तराखंड के चमोली जिले में तपोवन-विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना में कार्यरत इटली, स्पेन व अन्य देशों के कर्मचारियों को एयरलिफ्ट कर उनके गंतव्य को भेजा गया। कर्मचारियों के आग्रह पर परियोजना प्रबंधन और प्रशासन ने दूतावास से कर्मचारियों को उनके घर भेजने की बात कही थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया और दूतावास से ही हेलीकॉप्टर भेजा गया। इसके बाद प्रशासन ने परियोजना में कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों को एयरलिफ्ट कर दिल्ली भेजा।
420 मेगावाट की तपोवन-विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना टनल में कार्य करने वाले 21 कर्मचारियों को घरों को लौटना था, जिनमें से सात विदेशी हैं जबकि चार कर्मचारी इटली और तीन स्पेन के रहने वाले हैं। लॉकडाउन के कारण वाहनों की आवाजाही बंद होने के कारण वह घरों को नहीं लौट पा रहे थे। ऐसे में प्रशासन ने दूतावास से बात की और वहां से हेलीकॉप्टर आने के बाद कर्मचारियों को एयरलिफ्ट कर दिल्ली भेजा गया।
जोशीमठ के एसडीएम अनिल चन्याल ने बताया कि परियोजना कार्य बंद पड़ा है, जिस कारण विदेशी और अन्य देशों के कर्मचारियों को हेलीकॉप्टर से गंतव्य भेजा गया है। वहां से वह गंतव्य को जाएंगे। उन्होंने बताया कि मंगलवार रात से सभी हेली सेवा बंद हो जाएंगी।
जल विद्युत परियोजना में काम कर रही शैली कंपनी में कार्यरत स्पेन व इटली के कर्मचारियों को जोशीमठ के बड़ागांव हेलीपैड से एयर लिफ्ट किया गया। ये विदेशी कर्मचारी कोरोना वायरस के चलते अपने परिवारजनों के लिए चिंतित थे, जिस पर जिला प्रशासन की मदद से उन्हें एयर लिफ्ट कर गंतव्य को भेजा गया। अन्य 14 कर्मचारी देश के पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों से हैं।
- चंद्रशेखर गुप्ता, जनसंपर्क अधिकारी, एचसीसी जोशीमठ।
420 मेगावाट की तपोवन-विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना टनल में कार्य करने वाले 21 कर्मचारियों को घरों को लौटना था, जिनमें से सात विदेशी हैं जबकि चार कर्मचारी इटली और तीन स्पेन के रहने वाले हैं। लॉकडाउन के कारण वाहनों की आवाजाही बंद होने के कारण वह घरों को नहीं लौट पा रहे थे। ऐसे में प्रशासन ने दूतावास से बात की और वहां से हेलीकॉप्टर आने के बाद कर्मचारियों को एयरलिफ्ट कर दिल्ली भेजा गया।
जोशीमठ के एसडीएम अनिल चन्याल ने बताया कि परियोजना कार्य बंद पड़ा है, जिस कारण विदेशी और अन्य देशों के कर्मचारियों को हेलीकॉप्टर से गंतव्य भेजा गया है। वहां से वह गंतव्य को जाएंगे। उन्होंने बताया कि मंगलवार रात से सभी हेली सेवा बंद हो जाएंगी।
जल विद्युत परियोजना में काम कर रही शैली कंपनी में कार्यरत स्पेन व इटली के कर्मचारियों को जोशीमठ के बड़ागांव हेलीपैड से एयर लिफ्ट किया गया। ये विदेशी कर्मचारी कोरोना वायरस के चलते अपने परिवारजनों के लिए चिंतित थे, जिस पर जिला प्रशासन की मदद से उन्हें एयर लिफ्ट कर गंतव्य को भेजा गया। अन्य 14 कर्मचारी देश के पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों से हैं।
- चंद्रशेखर गुप्ता, जनसंपर्क अधिकारी, एचसीसी जोशीमठ।
देहरादून की सीमाएं तत्काल प्रभाव से सील
लॉकडाउन के दौरान देहरादून जिले में अब कोई प्रवेश नहीं कर पायेगा। जिलाधिकारी ने जिले की अंतर्जनपदीय सीमाओं को भी तत्काल प्रभाव से सील करने के आदेश दिए हैं। आदेश के बाद केवल खाद्य सामग्री से लदे वाहनो को ही आने दिया जाएगा। इसमें पशुओं का चारा भी शामिल है। बुधवार से लॉकडाउन आदेशों में कुछ और बदलाव किए गए हैं। अभी तक केवल अंतरराज्यीय सीमाएं ही सील की गईं थी।
जबकि, अब देहरादून से सटे जानपदीय सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। जिलाधिकारी डॉ आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि अब देहरादून से सटे जनपदों से भी यहां कोई प्रवेश नहीं कर पायेगा। इसके अलावा आम जनता के लिए बैंक व एटीएम 10 बजे तक खुलेंगे मगर 12 बजे तक श्रम विभाग से प्रमाणित निर्माण वाली संस्थाओं के मजदूरों का लेनदेन किया जायेगाम इसके साथ कि कोषागार के कर्मचारियों को 12.30 बजे तक घर जाने की छूट रहेगी।
ये भी हुए आदेश
-दवा की दुकानें पूरे समय तक खुलेंगीं।
-टेलीफोन, इंटरनेट और केबल ऑपरेटर को कम करने की छूट होगी।
- खाद्य आपूर्ति में लगे वाहनों को किसी भी चेकपोस्ट पर नहीं रोका जाएगा। इसमें पशुओं का चारा भी शामिल है।
- इन आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
जबकि, अब देहरादून से सटे जानपदीय सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। जिलाधिकारी डॉ आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि अब देहरादून से सटे जनपदों से भी यहां कोई प्रवेश नहीं कर पायेगा। इसके अलावा आम जनता के लिए बैंक व एटीएम 10 बजे तक खुलेंगे मगर 12 बजे तक श्रम विभाग से प्रमाणित निर्माण वाली संस्थाओं के मजदूरों का लेनदेन किया जायेगाम इसके साथ कि कोषागार के कर्मचारियों को 12.30 बजे तक घर जाने की छूट रहेगी।
ये भी हुए आदेश
-दवा की दुकानें पूरे समय तक खुलेंगीं।
-टेलीफोन, इंटरनेट और केबल ऑपरेटर को कम करने की छूट होगी।
- खाद्य आपूर्ति में लगे वाहनों को किसी भी चेकपोस्ट पर नहीं रोका जाएगा। इसमें पशुओं का चारा भी शामिल है।
- इन आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी।