लॉक डाउन में 'सुगम्य भारत' की अनदेखी

लॉक डाउन के दौरान 'सुगम्य भारत' की खासी अनदेखी होती नजर आ रही है। राशन खरीद के लिए तीन घंटे का सीमित समय दिव्यांगजनों पर भारी पड़ रहा है।


 

दुकानों में उमड़ रही भीड़ में दिव्यांगजन धक्के खाने को मजबूर हो रहे हैं। फिलहाल उनके लिए न तो होम डिलीवरी की सेवा शुरू हो पाई न ही दुकान में कोई विशेष व्यवस्था। मंगलवार को शहर की दुकाने सुबह सिर्फ तीन घंटे खुली। इस दौरान लोगों की लंबी कतारें लगती रही।

इस बीच दिव्यांगजनों को खरीदारी करने में खासी परेशानी झेलनी पड़ी। अच्छा होता दिव्यांगों के साथ ही वरिष्ठ नागरिकों के लिए होम डिलीवरी की विशेष सेवा शुरू की जाती। या फिर दुकानों में कोई खास इंतजाम किए जाते। लेकिन, अभी तक प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई कोशिश होती नजर नही आ रही है।

क्या है सुगम्य भारत

सुगम्य भारत केंद्र सरकार की ओर से दिव्यांगों को सुगम्य जीवन प्रदान करने के लिए कार्यक्रम चलाया गया है। इसमें सभी सरकारी कार्यालयों व निजी संस्थानों को दिव्यांगजनों के आने -जाने के लिए अलग से रैम्प बनाने, लिफ्ट लगाने व व्हीलचेयर व अन्य आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने का प्रावधान है। साथ ही दिव्यांगों के लिए अलग से शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए।